षोडश मातृका

षोडश मातृका

षोडश मातृका (१६ मातृका) देवी शक्ति की विभिन्न रूपों का समूह है। इन देवियों की पूजा विशेष रूप से तंत्र और शक्ति साधना में महत्वपूर्ण मानी जाती है। यहाँ षोडश मातृका का संक्षिप्त परिचय और उनकी पूजा विधि दी जा रही है: षोडश मातृका का परिचय: ब्रह्माणी – ब्रह्मा की...
PanchOpchar Pujan Vidhi

PanchOpchar Pujan Vidhi

पंचोपचार पूजा विधि और मंत्रों की जानकारी विभिन्न धार्मिक ग्रंथों, पूजा पुस्तकों और परंपराओं से संकलित की जाती है। ये मंत्र और विधियाँ विभिन्न स्रोतों में पाई जाती हैं जैसे कि पुराण, उपनिषद, और अन्य वैदिक साहित्य। इसके अलावा, कई धार्मिक गुरु और पंडितों द्वारा प्रचलित...
वास्तुपुरुष प्रादुर्भाव एवं पूजन विधि

वास्तुपुरुष प्रादुर्भाव एवं पूजन विधि

अनेक पुराणों का अध्ययन करने पर ज्ञात होता है कि ‘वास्तु’ के प्रादुर्भाव की कथा अत्यंत प्राचीन है। मत्स्य पुराण के अनुसार मत्स्य रूपधारी भगवान विष्णु ने सर्वप्रथम मनु के समक्ष वास्तु शास्त्र को प्रकट किया था, तदनंतर उनके उसी उपदेश को सूत जी ने अन्य ऋषियों के समक्ष...
Shree RAm RakshA StrOtram

Shree RAm RakshA StrOtram

श्रीराम रक्षा स्तोत्र भगवान श्रीराम के नाम से सभी प्रकार के संकटों से रक्षा के लिए एक अत्यंत प्रभावशाली मंत्र है। यहाँ श्रीराम रक्षा स्तोत्र प्रस्तुत है: ध्यानम्ध्यायेदाजानुबाहुं धृतशरधनुषं बध्दपद्मासनस्थं।पीतं वासो वसानं नवकमलदलस्पर्धिनेत्रं...
कुंडलिनी भूत शुद्धि

कुंडलिनी भूत शुद्धि

भूत-शुद्धि मन्त्र-साधना से पुर्व साधक को आवश्यक है कि वह आतरिक और बाह्य-शुद्धि कर ले। बाह्य-शुद्धि स्तानादि से, आन्तरिक शुद्धि आचमन और प्राणायाम से होती है। साधनाकाल में ‘ भुत-, शुद्धि ‘ भी अत्यंत आवश्यक है। भुत- शुद्धि के द्वारा हमारे पुर्व- कृत दोषों का...
ArdhanArishwara Stotram – अर्धनारीश्वर स्तोत्रम्

ArdhanArishwara Stotram – अर्धनारीश्वर स्तोत्रम्

चाम्पेयगौरार्धशरीरकायैकर्पूरगौरार्धशरीरकाय ।धम्मिल्लकायै च जटाधरायनमः शिवायै च नमः शिवाय ॥ १ ॥ कस्तूरिकाकुङ्कुमचर्चितायैचितारजःपुञ्जविचर्चिताय ।कृतस्मरायै विकृतस्मरायनमः शिवायै च नमः शिवाय ॥ २ ॥ झणत्क्वणत्कङ्कणनूपुरायैपादाब्जराजत्फणिनूपुराय ।हेमाङ्गदायै भुजगाङ्गदायनमः...
Shree Devi KhadagmAlA StrOtram – श्री देवी खड्गमाला स्तोत्रम्

Shree Devi KhadagmAlA StrOtram – श्री देवी खड्गमाला स्तोत्रम्

प्रार्थना । ह्रीङ्कारासनगर्भितानलशिखां सौः क्लीं कलां बिभ्रतींसौवर्णाम्बरधारिणीं वरसुधाधौतां त्रिणेत्रोज्ज्वलाम् ।वन्दे पुस्तकपाशमङ्कुशधरां स्रग्भूषितामुज्ज्वलांत्वां गौरीं त्रिपुरां परात्परकलां श्रीचक्रसञ्चारिणीम्   अस्य श्रीशुद्धशक्तिमालामहामन्त्रस्य,...
दत्त बवानी के बोल

दत्त बवानी के बोल

जय योगीश्वर दत्ता दयार तुजा एक जगमो प्रतिपरअतर्यांसुया करी निमित प्रगतिओ जागरण निश्चय O! The Supreme Saint (Lord of Yogies or Victorious Lord Yogii), may Thy Glory and Victory prevail. You are the only saviour (protector) of this Universe (You are the only one to look...
श्रीगणपत्यथर्वशीर्ष

श्रीगणपत्यथर्वशीर्ष

॥ शान्ति पाठ ॥ ॐ भद्रं कर्णेभिः श‍ृणुयाम देवा ।भद्रं पश्येमाक्षभिर्यजत्राः ॥ स्थिरैरङ्गैस्तुष्टुवांसस्तनूभिः ।व्यशेम देवहितं यदायुः ॥ ॐ स्वस्ति न इन्द्रो वृद्धश्रवाः ।स्वस्ति नः पूषा विश्ववेदाः ॥ स्वस्तिनस्तार्क्ष्यो अरिष्टनेमिः ।स्वस्ति नो बृहस्पतिर्दधातु ॥ ॐ...
Bahvrucha Upanishad

Bahvrucha Upanishad

                                                         ॥ अथ बह्वृचोपनिषत्॥ ॐ वाङ्मे मनसि प्रतिष्ठिता । मनो मे वाचि प्रतिष्ठितम्आविरावीर्म एधि । वेदस्य म आणीस्थः । श्रुतं मे मा प्रहासीः ।अनेनाधीतेनाहोरात्रान्सन्दधामि । ऋतं वदिष्यामि ।सत्यं वदिष्यामि ।...